यदि आप अभिलेख के शोधपत्रों को पढ़ें ; इसमें से कुछ का उल्लेख काल रेखा में किया गया है तो आप पाएँगे कि विद्वान इनके पढ़ने की वैकल्पिक विधयों पर चर्चा करते रहते हैं।
3.
ईतनी बडी काल रेखा के बिचमें शून्य के पास खडे हो कर एक सेकन्ड आगे देखता हुं तो भविष्य हो जाता है, एक सेकन्ड पिछे देखता हुं तो भूतकाल बन जाता है ।
4.
समय एक इतनी लम्बी सीमा से परे की, काल रेखा है, जिसका, आधार, ऐसे ही ऐतिहासिक पात्र, हमें, सामने आकर और हमसे विदा लेकर, दीखला जाते हैं और ये सीख दे जाते हैं के हमारा समय कितना कम है यहाँ...